गुलाब की चाय एक हर्बल चाय है (Rose Tea in Hindi) जो गुलाब के फूल की पंखुड़ियों से बनाई जाती है। इसका उपयोग सदियों से इसके कथित स्वास्थ्य लाभों के लिए किया जाता रहा है। यहां गुलाब की चाय के कुछ संभावित स्वास्थ्य लाभ दिए गए हैं:
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर : गुलाब की चाय में एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होता है, जो शरीर को मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाने और पुरानी बीमारियों के खतरे को कम करने में मदद कर सकता है।
Digestion को improve करता है : गुलाब की चाय का उपयोग पारंपरिक रूप से पाचन समस्याओं को कम करने और पाचन को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है।
सूजन रोधी गुण को घटाती है : गुलाब की पंखुड़ियों में पाए जाने वाले यौगिक, जैसे फ्लेवोनोइड्स और फेनोलिक एसिड, में सूजन रोधी गुण होते हैं जो शरीर में सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं।
तनाव और चिंता को कम करता है : गुलाब की पंखुड़ियों की खुशबू अपने शांत और मूड-बढ़ाने वाले गुणों के लिए जानी जाती है, जो तनाव और चिंता को कम करने में मदद कर सकती है।
Skin Health को promote करती है : गुलाब की चाय में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट UV radiation से होने वाले नुकसान से बचाकर और झुर्रियों और महीन रेखाओं की उपस्थिति को कम करके त्वचा के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं।
मासिक धर्म के दर्द को कम करता है : गुलाब की चाय का उपयोग पारंपरिक रूप से मासिक धर्म की ऐंठन और दर्द को कम करने के लिए किया जाता है।
गुलाब की चाय बनाने की बिधि
ताजी या सूखी गुलाब की पंखुड़ियों को गर्म पानी में डुबाकर गुलाब की चाय बनाई जा सकती है। यहां गुलाब की चाय बनाने की सरल विधि दी गई है:
आबस्यक सामग्री :
1 कप पानी
1 बड़ा चम्मच सूखी गुलाब की पंखुड़ियाँ या 1 ताजा गुलाब की पंखुड़ियाँ (जैविक और कीटनाशक मुक्त)
1 चम्मच शहद
गुलाब की चाय बनाने की प्रणाली (How to make Rose Tea in Hindi) :
पहला चरण – यदि आप ताज़ा गुलाब का उपयोग कर रहे हैं तो गुलाब की पंखुड़ियाँ तोड़ लें और उन्हें अच्छी तरह धो लें।
दूसरा चरण – एक छोटे बर्तन या केतली में 1 कप पानी उबालें।
तीसरा चरण – पानी में सूखी या ताजी गुलाब की पंखुड़ियाँ डालें। इसे उबालें और तब तक पकाएँ जब तक कि गुलाब का रंग पूरी तरह से पानी में न चला जाए।
चौथा चरण – चाय को छान लें और गुलाब की पंखुड़ियां हटा दें। इसमें 1 चम्मच शहद मिलाएं।
अब बन कर तैयार हो चुकी गुलाब की चाय का आनंद लें।
नोट: यदि आप कड़क चाय पसंद करते हैं, तो आप गुलाब की पंखुड़ियों की मात्रा बढ़ा सकते हैं, या चाय को लंबे समय तक ऐसे ही छोड़ सकते हैं। अतिरिक्त स्वाद और स्वास्थ्य लाभ के लिए गुलाब की चाय को अन्य जड़ी-बूटियों या मसालों, जैसे पुदीना या अदरक के साथ भी मिलाया जा सकता है।